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Sonipat Murder News: हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव राजपुर में करनाल जेल से जमानत पर बाहर आए 30 वर्षीय शक्ति सिंह की रविवार देर रात पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि वह शराब के नशे में गांव के नंबरदार विजेंद्र के घर में घुस गया था। इसी दौरान पुराने प्लॉट विवाद को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि विजेंद्र और उसके साथियों ने लाठी-डंडों व धारदार हथियारों से हमला कर दिया। शक्ति की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस को मृतक की कार नाले में फंसी हुई मिली। उधर, हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। जानकारी के मुताबिक, शक्ति सिंह अविवाहिता था और उसका बड़ा भाई पवित्र भी जेल में बंद है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, शक्ति सिंह के खिलाफ लूट और हत्या समेत 10 से ज्यादा मुकदमे कुंडली थाने में दर्ज हैं। उसका बड़ा भाई पवित्र भी जेल में बंद है और उस पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ताऊ ने बेचा था प्लॉट, उसी पर था झगड़ा
जानकारी के मुताबिक, तीन साल पहले शक्ति के ताऊ ने विजेंद्र को एक प्लॉट बेचा था। शक्ति उस प्लॉट को खाली करवाना चाहता था, जिससे दोनों परिवारों में रंजिश चल रही थी। रविवार को घटना के दौरान मृतक की कार भी गांव के नाले में फंसी मिली। रविवार को शक्ति शराब के नशे में विजेंद्र के घर में घुस गया। यहां विजेंद्र और उसके साथियों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मां से कहा था-बस अड्डे पर जा रहा हूं
परिजनों ने बताया कि शक्ति रात 11 बजे घर आया था। उसके बाद अपनी मां से मिलकर बस अड्डे तक जाने की बात कह कर घर से निकला था। गांव के बस अड्डे पर विरेंद्र के भाई कृष्ण के बेटे राहुल ने उसे आवाज देकर बुलाया था। इसके बाद वह आपस में एक-दूसरे से गले मिले और बातचीत की। बताया कि जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद शक्ति गांव से बाहर ही रहता था और कभी-कभी ही गांव आता था। करीब दस साल पहले पिता राजेश की बीमारी से मौत हो गई थी। अपराध की दुनिया में सबसे पहले पवित्र ने कदम रखा और गांव से बाहर जाकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा। बाद में उसने अपने छोटे भाई शक्ति को भी इसमें शामिल कर लिया। फिलहाल परिवार में मां, विवाहित बहन, भाभी और भतीजा हैं।