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HARYANA HEAVY RAIN; हरियाणा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश के बारण नदियां उफान पर आई हुई हैं। मारकंडा, टांगरी, यमुना नदी समेत सभी नदियों का लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में हरियाणा के कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो चुके हैं। यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज पर सुबह 10 बजे तक 1 लाख 58 हजार 552 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। बैराज के फ्लड गेट पिछले 67 घंटे से खुले हैं। कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी के उफान पर आने से 8 गांवों की सड़कों और खेतों में पानी भर गया। पिहोवा के 2 गांवों में घग्गर का पानी घुस गया। सिरसा के एक गांव में घग्गर नदी में दरार आने से खतरा बढ़ गया है। अंबाला में टांगरी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने लोगों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
अभी तक हादसों में 7 की मौत
लगातार बारिश के कारण कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, भिवानी और यमुनानगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर छत गिरने की घटनाएं हुईं। इनमें अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं।
सड़क और यातायात प्रभावित
यमुनानगर में यमुना से एक युवक की लाश बहकर आई है। बताया गया कि लकड़ी उठाने के दौरान युवक बह गया था, हालांकि परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी थी। अंबाला में जालंधर-पानीपत नेशनल हाईवे के फ्लाईओवर से मिट्टी धंसकर सर्विस लेन पर आ गई है। इससे फ्लाईओवर को खतरा पैदा हो गया है।
प्रशासन ने 8 जिलों में बंद कराए स्कूल
भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने कई जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। झज्जर, पंचकूला, अंबाला और भिवानी के कई स्कूल आज बंद रहे। हिसार के हांसी ब्लॉक के 30 स्कूल, यमुनानगर के छछरौली ब्लॉक, कुरुक्षेत्र के पिहोवा और शाहाबाद ब्लॉक तथा फतेहाबाद के टोहाना, जाखल और भूना ब्लॉक के सभी स्कूल बंद रखे गए।
यमुना
हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार सुबह 10 बजे बैराज पर पानी का स्तर 1 लाख 58 हजार 552 क्यूसेक दर्ज किया गया। यह पानी दिल्ली की ओर छोड़ा जा रहा है।
घग्गर
पंचकूला में घग्गर नदी का जलस्तर 9,000 क्यूसेक दर्ज किया गया है, जबकि खतरे का निशान 25,000 क्यूसेक पर है।
कैथल में घग्गर का जलस्तर लगभग 22 फीट तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से महज 1 फुट नीचे है। पिहोवा (कुरुक्षेत्र) में पंजाब बॉर्डर एरिया पर घग्गर ओवरफ्लो हो रही है। इसके चलते कुपियां प्लाट और अधोया गांव के खेतों में पानी भर चुका है।
मारकंडा
मारकंडा नदी में इस समय 31,000 क्यूसेक से अधिक पानी बह रहा है। खतरे का निशान 256 मीटर है, जबकि पानी का स्तर इससे 0.15 मीटर ऊपर चल रहा है। शाहाबाद क्षेत्र के कठवा, मुगल माजरा, पट्टी जामड़ा, मलकपुर और गुमटी गांवों में खेत और सड़कें पानी में डूब गई हैं। तंगौर, अरूप नगर और मदनपुर के खेतों में भी पानी भर चुका है।
टांगरी
टांगरी नदी का जलस्तर 11,000 क्यूसेक दर्ज किया गया है, जो अभी खतरे के निशान से नीचे है। हालांकि, अगर बारिश तेज हुई तो यह और बढ़ सकता है। अंबाला की 6 कॉलोनियों में पहले ही 2 से 3 फीट तक पानी जमा हो चुका है। गाद नाले की पाइपलाइन में पहुंचकर जम गई है, जिससे जलभराव और बढ़ गया है।