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PCOD Awareness Program; कुरुक्षेत्र। महिलाओं में तेजी से बढ़ रही पीसीओडी की समस्या को लेकर छात्राओं को जागरूक करने के उद्देश्य से श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान के मार्गदर्शन में शुक्रवार को डॉ. बीआर आंबेडकर लॉ कॉलेज कुरुक्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने छात्राओं को पीसीओडी और पीसीओएस की बीमारी के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
युवतियों में बढ़ रही जीवनशैली संबंधी बीमारियां: प्रो. पंडा
मुख्य वक्ता प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. जीतेश कुमार पंडा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि असंतुलित खानपान, फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन और शारीरिक गतिविधियों की कमी से आज युवतियों में पीसीओडी की समस्या तेजी से फैल रही है। यह समस्या केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित किया कि वे फास्ट फूड से दूरी बनाकर संतुलित व पौष्टिक आहार लें और नियमित रूप से योग व व्यायाम को जीवन का हिस्सा बनाएं।
हार्मोनल असंतुलन है बड़ी वजह: प्रो. सुनीति
प्रो. सुनीति तंवर ने बताया कि पीसीओडी और पीसीओएस हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो प्रजनन क्षमता पर भी असर डाल सकती हैं। उन्होंने विस्तार से समझाया कि समय पर पहचान और जीवनशैली में सुधार से इस बीमारी से बचाव और नियंत्रण संभव है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज न करें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाती रहें।
कॉलेज प्राचार्य ने पहल को सराहा
कार्यक्रम में पहुंचने पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीआर जिलोवा ने विश्वविद्यालय की टीम का स्वागत किया और कहा कि ऐसे आयोजन छात्राओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह समय की जरूरत है कि युवाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर जागरूक किया जाए,ताकि वे स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर भविष्य में गंभीर बीमारियों से बच सकें।विशेषज्ञों की मौजूदगीकार्यक्रम में डॉ. प्रियंका दड़क, डॉ. सुनीता यादव, डॉ. ममता, डॉ. रवि, डॉ. कोमल समेत अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित रहे। सभी ने छात्राओं को विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सुझाव दिए और उनके प्रश्नों का समाधान भी किया।